भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके महेंद्र सिंह धोनी से आप जिंदगी में आगे बढ़ने के तमाम सबक सीख सकते हैं। क्रिकेट मैच की कठिन परिस्थियों में भी धोनी का शांत और ठंडे दिमाग के साथ डटे रहने की कला ने उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे सफल कप्तान बनाया। हाल ही में धौनी ने श्रीलंका के खिलाफ खेली गई एक सीरीज के दूसरे वनडे मैच में भारत को जीत दिलाई। मैच भारतीय टीम के हाथ से निकल गया था लेकिन धोनी की सूझबूझ भरी पारी ने उस मैच को श्रीलंका से वापस भारत के खेमे की तरफ ढकेल दिया। मैच में भूवनेश्वर कुमार ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, हालांकि वह भी अपने प्रदर्शन के पीछे धोनी का ही हाथ मानते हैं। धोनी की तरह आप भी अपने जीवन में आने वाली कठिन परिस्थितियों का सामना डटकर कर सकते हैं बस आपमें धैर्य होना चाहिए। आइए जानते हैं महेंद्र सिंह धोनी के जीवन के बारे में जहां वो एक साधारण गोलकीपर से सफलतम क्रिकेट कप्तान बनें।
बचपन
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची, झारखंड में हुआ था। इन्होंने अपनी पढ़ाई डीएवी जवाहर विद्या मंदिर से पूरी की तथा धोनी को फुटबॉल और बैडमिंटन में बेहद दिलचस्पी थी। एम.एस धोनी का परिवार काफी आम था। उनके पिता पान सिंह, मेकॉन कंपनी के लिए काम किया करते थे तथा मां देवकी देवी एक गृहिणी हैं। उनके बड़े भाई, नरेंद्र सिंह धोनी एक राजनीतिज्ञ हैं और बहन जयंती गुप्ता, अध्यापिका हैं। एम.एस धोनी अपनी फुटबॉल टीम के गोलकीपर थे और जिला तथा राज्य स्तर पर खेलने के लिए सक्षम थे। लेकिन अपने फुटबॉल कोच के आग्रह पर उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया।
वनडे के कप्तान बने
2007 में धोनी एकदिवसीय टीम के कप्तान बने और 2008 में टेस्ट टीम के कप्तान बनाए गए। 2009 में, उन्होंने 24 पारियों में 1198 रन बनाए थे, यह 70.43 का औसतन स्कोर ओडीआई मैच में साल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर था।
सबसे ज्यादा कमाई
वर्ष 2008 से 2013 तक धोनी लगातार 6 वर्षों के लिए आईसीसी विश्व एकदिवसीय XI का हिस्सा रहे। 2008 में धोनी को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। धोनी ने 2013 तक 15 से भी अधिक उत्पादों का विज्ञापन किया और वे दुनिया के सबसे अधिक विपणन योग्य खिलाड़ियों में से एक हैं। जून 2013 में, वे दुनिया के 16वें सबसे ज्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ी बने और उस समय इनकी सालाना कमाई $31 मिलियन डॉलर थी।
सफल कप्तान
धोनी विश्व के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक हैं और भारत के सबसे सफल कप्तानों में से भी एक हैं। कप्तान के रूप में धोनी ने भारत को 60 टेस्ट मैचों में से 27 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई और 194 वनडे में से 107 में जीत हासिल कराई। इन्होंने 70 टी20 मैचों की कप्तानी की और उनमें से 40 में जीत दर्ज की। 4 जनवरी 2017 को, इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय और टी20 मैचों को खलने से पहले धोनी ने कप्तानी से सन्यास ले लिया। हालांकि वे अभी भी टीम में विकेटकीपर और बल्लेबाज के रूप में मौजूद हैं।
युवाओं को दिया मौका
उन्होंने यह निर्णय इसलिए लिया ताकि वे युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका दे सके। वह निश्चित रूप से खेल के इतिहास में सबसे सफल भारतीय कप्तानों के रूप में याद किए जाएंगे। धोनी की कामयाबियां धोनी ने अपने शानदार करियर में कई पडावों को पार किया। चलिए जानते हैं धोनी की सफलताओं के बारे में 2007 में धोनी को आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया। इस मैच में वे ट्रॉफी के साथ दक्षिण अफ्रीका से लौटे।
वनडे और टेस्ट की कप्तानी
बाद में वनडे मैचों के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का स्थायी कप्तान बनाया गया। जिसके अगले ही साल वे टेस्ट टीम के कप्तान भी बन गए, क्योंकि अनिल कुंबले घायल थे जोकि तब की टीम के उप-कप्तान थे। उस सीरीज़ के बाद कुंबले ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया और धोनी भारत के पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान बन गए। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट रेटिंग्स में पहले स्थान पर पहुंच गई।
जीत का नाम धोनी
2009 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया गया 726/9 का स्कोर सबसे अधिकत्म टेस्ट स्कोर था। 2011 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीत कर, धोनी कपिल देव के बाद विश्व कप जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बने। वे टी-20 और वनडे जैसे दो आईसीसी विश्व कप को जीतने वाले एक मात्र कप्तान हैं।
कमाल के विकेट कीपर
17 जनवरी 2008 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पारी में पांच विकेट लेकर, धोनी ऐसा करने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बने, इस तरह का पहला रिकॉर्ड एडम गिलक्रिस्ट ने बनाया था।
लारा का रिकॉर्ड तोड़ा
धोनी बल्लेबाजी में भी काफी अच्छे थे। वनडे की दूसरी पारी में धोनी ने 183 रन बनाएं जोकि अब तक का अधिकतम स्कोर है (उन्होंने ब्रायन लारा का 153 रनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया)।
धुंआधार पारी
183 रनों की पारी में धोनी ने 10 छक्के और 15 चौके लगाकर 120 रहने बनाए। यह अब तक की पारी में किसी भी भारतीय द्वारा मारे गए सबसे अधिकतम छक्के और चौके हैं। इस रिकॉर्ड ने धोनी को आईसीसी और एकदिवसीय बल्लेबाजी रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंचा दिया। 2014-15 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की।
आखिरी टेस्ट में भी किया कारनामा
अपने आखिरी टेस्ट मैचों में धोनी ने कुमार संगकारा के स्टंपिंग (134) का रिकॉर्ड तोड़ा, और वे अधिकतम विकेट लेने वाले पहले भारतीय बने।
सचिन का रिकॉर्ड तोड़ा
कप्तान के रूप में धोनी ने टेस्ट मैच में 224 का अधिकतम स्कोर बनाया जबकि सचिन तेंदुलकर का अधिकतम स्कोर 217 है। धोनी सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान हैं, इन्होंने 24 टेस्ट जीते हैं।
दिग्गजों के साथ लिया जाता है धोनी का नाम
वे दुनिया के तीनों कप्तानों में से एक है, जिन्होंने 300 से अधिक एकदिवसीय मैचों में टीम का नेतृत्व किया है। फिलहाल वे रिकी पोंटिंग और स्टीफन फ्लेमिंग के बाद तीसरे स्थान पर हैं। रिकी पॉटिंग और एलन बॉर्डर के बाद 100 वनडे मैच जीतने वाले वे तीसरे कप्तान हैं।
धोनी की धूम
कुछ ही कप्तान लंबे समय के लिए अपनी टीम में विकेटकीपर के तौर पर बने रहे। इस सूची में गैरी अलेक्जेंडर को पछाड़ कर धोनी पहले स्थान पर हैं। इन उपलब्धियों के अलावा धोनी टेस्ट मैचों में अधिकतम स्कोरिंग बनाने वाले विकेटकीपर कप्तान हैं। विकेटकीपर के रूप में, इन्होंने सिर्फ 114 पारियों में अपना 'डबल' (4000 रन, 100 विकेट) पूरा किया। ऐसा करने वाले वे दुनिया के छठे और सबसे कम उम्र वाले खिलाड़ी हैं।
विकेटकीपर बॉलर धोनी
वह दुनिया में एकमात्र विकेटकीपर हैं जिन्होंने विकेट लिया। सिर्फ एक बल्लेबाज और एक विकेटकीपर के तौर पर ही नहीं, बल्कि हमारे कप्तान ने खुद को एक गेंदबाज के रूप में साबित किया है। इन्होंने वेस्टइंडीज के ट्रैविस डोलिन का विकेट लिया था।
IPL में भी धोनी का जलवा
2008 में खेला गया इंडियन प्रीमियर लीग में धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान बने। पिछले छह सालों में उसने ट्रॉफी को दो बार जीता। ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले वे एकमात्र कप्तान हैं। 2016 आईपीएल में धोनी राइजिंग पुणे सुपरगर्नेट्स के कप्तान बनाए गए।
पर्सनल लाइफ
2010 में, माही ने अपनी बचपन की प्रेमिका, साक्षी से शादी की। धोनी और साक्षी श्यामाली के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर में एक साथ पढा करते थे। बाद में साक्षी, कोलकाता से होटल मैनेजमेंट की पढाई पूरी करके द ताज बंगाल में एक प्रशिक्षु के रूप में काम करने लगी। इन दोनों के परिवारों में भी काफी अच्छी मित्रता थी। साक्षी का परिवार देहरादून, उत्तराखंड से है और पिता के सेवानिवृत्त होने के बाद उनका परिवार वापस देहरादून चला गया।
धोनी के जीवन पर बनी फिल्म
चट मंगनी पट ब्याह होने के कारण धोनी के दोस्तों ने पत्रकारों को बताया कि शादी की सारी तैयारी योजनाबद्ध तरीके से की गई। धोनी के दोस्तों की सूची में प्रसिद्ध मॉडल और अभिनेत्री बिपाशा बसु भी शामिल हैं। फरवरी 2015 को साक्षी को एक बेटी पैदा हुई, जिसका नाम ज़ीवा रखा गया। एम.एस धोनी: द अनटॉल्ड स्टोरी, महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित फिल्म है। इस फिल्म को नीरज पांडे ने निर्देशित किया। फॉक्स स्टार स्टूडियो ने फराइडे फिल्म वर्क्स, इंस्पायर्ड एंटर्टेनमंट और अरुण पांडे के साथ मिलकर फिल्म को बनाया तथा अकेले फिल्म का वितरण किया। फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी का किरदार निभाया और दिशा पटानी, कीरा आडवाणी और अनुपम खेर सहायक भूमिका में नज़र आए।